
आजकल लोगो के पास पहले से ज्यादा सुविधाएं हैं लेकिन बावजूूद इसके किसी के पास पल भर की खुशी नहीं है.. बल्कि हर एक आदमी खुशी की तलाश में है।
दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनी एप्पल के को-फाउंडर स्टीव वोज्नियाक ने अपने खुश करने का राज दुनिया को बताया है।
स्टीव वोज्नियाक का कहना है कि जिंदगी में खुश रहने के लिए पैसों से ज्यादा जिंदगी जीने का तरीका मायने रखता है।
जब वोज्नियाक से पूछा गया कि उनके हर वक्त मुस्कुराते रहने का क्या राज है?
इस पर उन्होंने कहा कि अगर उनके पास इतनी दौलत ना भी होती तो भी वे हंसते ही रहते।
...उन्होंने कहा कि उन्होंने बीस साल की उम्र में ही खुश रहने का तरीका खोज लिया था और ये तरीका है, परेशानियों को खुद पर हावी ना होने देना और हर वक्त खुश रहने के बहाने खोजना।
और जिंदगी में हमारी जवाबदेही सिर्फ एक आदमी के प्रति होनी चाहिए- खुद के प्रति।
वोज्नियाक ने आगे बताया, मैं जब बीस साल का था तभी समझ में आ गया था कि जिंदगी में असली खुशी कैसे मिलेगी। इसके लिए मैं काम को दफ्तर से बाहर लेकर नहीं जाने वाला तरीका अपनाया। आज तक अपने फोन में एप्पल का कोई ऐप डाउनलोड नहीं किया।
जब हमारी कार पर कोई स्क्रैच लग जाता है तो क्या हम जिंदगी भर उसका गम मनाते रहते हैं? नहीं। हम जल्द से जल्द अपनी कार को ठीक कराते हैं और थोड़ी सावधानी के साथ वापस इसकी सवारी का आनंद लेने लगते हैं।
जिंदगी भी इसी तरह चलती रहती है। मैं अगर अपने दोस्तों के साथ मजाक करूं, परिवार के साथ वक्त बिताऊं और आज मर जाऊं तो कोई मलाल नहीं रहेगा।
मैं ये नहीं चाहता कि दोस्तों के साथ बैठकर फोन पर एप्पल के शेयर खरीदता-बेचता रहूं या टेक्नोलॉजी के बारे में बातें करता रहूं।
...मैं आखिर में कहूंगा कि कभी किसी से बहस मत करिए! शायद आपके तर्क खत्म हो जाएं, लेकिन बहस कभी खत्म नहीं होती... और दूसरा हर बहस में एक पक्ष हमेशा हारता है!!
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